ईरान सभयता एवं सास्कृति की एक झलक – 2

ईरान सभयता एवं सास्कृति की एक झलक – 2

ईरान सभयता एवं सास्कृति की एक झलक – 2

Publication year :

2002

Publish location :

नय़ी दिल्ली

Publish number :

पहला

Number of volumes :

2

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ईरान सभयता एवं सास्कृति की एक झलक – 2

किसी भी देश की सभ्यता और संस्कृति के साथ-साथ उस देश का इतिहास भी होता है। लिखित कार्यों, पुरातत्व कार्यों के अवशेष, आधुनिक प्रयोगों, पत्थर के शिलालेखों, मिट्टी के बर्तनों पर छोड़े गए लिखित कार्यों और नए वैज्ञानिक अनुसंधान की मदद से किसी देश के अतीत के बारे में बात करना संभव है, साथ ही साथ किसी राष्ट्र का इतिहास और ऐतिहासिक अभिलेख, साथ ही उस देश की सभ्यता और संस्कृति का महत्व और प्रभाव तथा भुगतान चर्चा। सभ्यता का सीधा संबंध प्रत्येक देश और राष्ट्र की खुशी और प्रगति से है, यदि प्रत्येक देश की संस्कृति का संबंध प्रत्येक देश और राष्ट्र की प्रगति से है, यदि प्रत्येक देश की संस्कृति का संबंध प्रत्येक देश के लोगों के नैतिक विकास से है , या दूसरे शब्दों में कहें तो सभ्यता और संस्कृति बीज की तरह जुड़ी हुई हैं। विश्व की प्राचीन सभ्यताओं के इतिहास में विश्व के अन्य लोगों को जीवन और तेजस्विता प्रदान करने में ईरान का सबसे उत्कृष्ट एवं महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हालाँकि दुनिया के कई प्राचीन लोगों के कोई निशान नहीं बचे हैं, ईरान और इसकी संस्कृति और सभ्यता हजारों वर्षों से स्थिर रही है और समय की विभिन्न घटनाओं का सामना करती रही है। इस पुस्तक के लेखक ने ईरानी सभ्यता और संस्कृति की झलक के साथ इस संस्कृति और सभ्यता का परीक्षण किया है।