पहचानें कौन है अबू बक्र बग़दादी
पहचानें कौन है अबू बक्र बग़दादी
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अचानक ही रातों रात अबू बक्र बग़दादी के नेतृत्व में आईएसआईएल या आईएसआईएस के आतंकियों ने इराक़ के कुछ क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर लिया। आजकल इस आतंकी गुट का नाम हर व्यक्ति की ज़बान पर है। अब प्रश्न यह उठता है कि पुरी दुनिया विशेषकर मध्यपूर्व में आतंक का प्रतीक आईएसआईएस का सरग़ना कौन है और कहां से उसका संबंध है? रिपोर्टें इस बात की सूचक हैं कि अबू बक्र बग़दादी, आतंकवादी गुट दौलतुल इस्लामिया फ़िल इराक़ के सरग़ना जो वर्ष 2006 में मारा गया और अबू हमज़ा मुहाजिर व अबू उमर बग़दादी जो वर्ष 2010 में अमरीकी सैनिकों के हवाई हमले में मारे गये, आईएसआईएस का चौथा सरग़ना है जो अब दुनिया का सबसे ख़तरनाक और कुख्यात आतंकी समझा जाता है। उसका असली नाम, अबू दुआ या कर्रार, इब्राहीम बिन अव्वाद बिन इब्राहीम बिन अली बिन बद्री हाशिमी क़रशी हुसैनी है। उसका जन्म इराक़ के सामर्रा नगर में वर्ष 1971 में हुआ था, इस आधार पर इस समय उसकी आयु लगभग 41 वर्ष है। बग़दादी ने आईएसआईएस के सदस्य के रूप में इराक़ में अपनी गतिविधियां आरंभ की और वर्ष 2010 में अलक़ायदा के पूर्व मुखिया ओसामा बिन लादेन के अमरीकी अभियान में मारे जाने के बाद, इराक़ में अलक़ायदा की शाखा का मुखिया उसे नियुक्त कर दिया गया। उसने अमरीकियों से ओसामा बिन लादेन के मारे जाने का प्रतिशोध लेने की सौगन्ध खाई और उसने अपनी क़सम को व्यवहारिक बनाने के लिए इराक़ में अमरीकी और इराक़ी सैनिकों पर कई भीषण हमले किए। अबू बक्र बग़दादी के सिर पर ईनाम वर्ष 2006 में यह अफ़वाह फैल गयी कि अमरीकी सैनिकों ने जहां पर बमबारी की थी वह अबू बक्र बग़दादी का अड्डा था और वह इस हमले में मारा गया। इराक़ी सैनिकों ने भी वर्ष 2012 में उसे गिरफ़्तार करने का प्रयास किया किन्तु प्रयास परिणामहीन सिद्ध हुए। उसके बाद से अमरीकियों ने अबू बक्र बग़दादी को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करते हुए उसके सिर पर सौ करोड़ डालर का ईनाम रख दिया। अबू बक्र अलबग़दादी के बारे में सबसे संदेहहास्पद बात यह है कि वर्ष 2005 से वर्ष 2009 के बीच वह इराक़ में अमरीकी सेना की जेल में रहा है। अमरीकी अधिकारियों के दावे के अनुसार वह बहुत ही शांत, घमंडी और निरभीक व्यक्ति था। उसने पांच साल जेल में रहने के दौरान कोई भी समस्या उत्पन्न नहीं की और जब उसे जेल से रिहा किया गया तो उसने अमरीकी सैनिकों से अंत में यह कहा था कि न्यूयार्क में भेंट होगी। अमरीकी सैनिकों ने बग़दादी की इस बात को अमरीका के लिए खुली धमकी बताया। अमरीकियों ने इराक़ से निकलने से पूर्व अलक़ायदा के बहुत से कुख्यात आतंकियों को इराक़ी अधिकारियों के हवाले करने के बजाए, स्वतंत्र कर दिया था। अबू बक्र बग़दादी बहुत ही शांत और गंभीर व्यक्ति है जिसने अपनी आतंकवादी कार्यवाहियों को बहुत ही भयाव और आरंभ में आधुनिक शस्त्रों के प्रयोग से आरंभ किया और बढ़ाया और साथ ही उसने अपने गुट के आरंभिक विचारों व आस्थाओं की भी रक्षा की। उसने हालिया दिनों में इराक़ में कई आतंकवादी कार्यवाहियां करके तथा इराक़ के कई नगरों पर क़ब्ज़ा करके ख़ूब सुर्ख़िया बटोरी। इराक़ में आईएसआईएस का आतंक वास्तव में इराक़ के कुछ नगरों पर क़ब्ज़े के बाद बग़दादी ने अपने एक महत्त्वपूर्ण संदेश में अलक़ायदा के सरग़ना अयमन ज़वाहिरी से कहा कि वह मिस्र में इख़वानुल मुसलेमीन या ब्रदरहुड और मुहम्मद मुर्सी का समर्थन छोड़ दें। उसने अपने संदेश में मुहम्मद मुर्सी को अधर्मी बताया और ज़वाहिरी से मांग की कि जिस व्यक्ति ने उससे खिलवाड़ किया और उसका अपमान किया, उससे संबंध तोड़ दो और इस्लामी सरकार के गठन के लिए प्रयास करो। पूरी दुनिया पर छाया बग़दादी का आतंक बग़दादी ने इराक़ और सीरिया के कुछ क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा करने और इन क्षेत्रों में तथाकथित इस्लामी सरकार का गठन करने के बाद क्षेत्र के अन्य देशों को धमकी दी और वर्तमान समय में यह व्यक्ति पूरी दुनिया का सबसे ख़तरनाक व्यक्ति समझा जाता है। अल क़ायदा में फूट आतंकवादी गतिविधियों के संचालन में अबू बक्र अलबग़दादी की ज़बरदस्त शक्ति और अपनी क्षमताओं से इस क्षेत्र में ओसामा बिन लादेन को पीछे छोड़ने के कारण अलक़ायदा कई भागों में विभाजित होना आरंभ हो गया जबकि बहुत से आतंकवादी गुटों और आतंकियों ने अबू बक्र अलबग़दादी की आज्ञापालन की प्रतिबद्धता में तेज़ी दिखाई। यह ऐसी स्थिति में है कि अलक़ायदा के सरग़ना अयमन ज़वाहिरी ने आज्ञापालन की प्रक्रिया को नकार दिया और यही कारण है कि ज़वाहिरी के नेतृत्व में कई गुट बग़दादी से दूर हो गये और दूसरी ओर मिस्र में अंसारे बैतुल मुक़द्दस नामक संगठन ने जो ज़वाहिरी के मानने वाले थे, न केवल खुलकर बग़दादी की आज्ञापालन का वचन दिया बल्कि समस्त मिस्रवासियों से बग़दादी की आज्ञापालन करने का अह्वान भी किया। islam14.com/hind