क़यामे इमाम हुसैन ग़ैर मुसलिम बुधिदजीवियों की नज़र में

क़यामे इमाम हुसैन ग़ैर मुसलिम बुधिदजीवियों की नज़र में
Author :
Interpreter :
Publisher :
Publish number :
दूसरा
Publication year :
2014
Number of volumes :
1
(1 Votes)

(1 Votes)
क़यामे इमाम हुसैन ग़ैर मुसलिम बुधिदजीवियों की नज़र में
अबा अब्दुल्ला अल-हुसैन (उन पर शांति हो) और उनके द्वारा स्थापित खूनी विद्रोह की इतिहास में इतनी महानता और महिमा है कि इसने न केवल मुसलमानों और शियाओं, बल्कि कई विचारकों और गैर-इस्लामिक हस्तियों का भी ध्यान आकर्षित किया है। पैगंबर (उन पर शांति) के महान व्यक्तित्व, त्याग और अद्वितीय निस्वार्थता ने उन्हें इतना आसक्त और मोहित कर दिया कि वे पैगंबर (उन पर शांति हो) के अस्तित्व की महानता और प्रतिभा के सामने झुक गए, स्वेच्छा से या अनिच्छा से अपना मुंह खोला अन्य भाषाएँ उसकी स्तुति करती हैं, स्तुति करती हैं और उन्होंने अपने शब्दों और कार्यों में उस महान प्राधिकारी की स्तुति के बारे में बात की है। इस किताब में इमाम हुसैन (अ.स.) के विद्रोह के बारे में गैर-मुस्लिम बुद्धिजीवियों की बातें व्यक्त की गई हैं।